Bar bar peshab aana our jalan hona gharelu upchar

बार-बार पेशाब आना और जलन होना घरेलू उपाय

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दुनिया में कई ऐसे लोग होते है, जिन्हें बार बार पेशाब आने की समस्या होती है। जिस कारण वे लोग किसी भी लंबी यात्रा पर जाने का टालते रहते हैं। इतना ही नहीं इस शिकायत वाले लोग ऑफिस दूर होने पर ऑफिस से घर पहुंचने तक अपनी पेशाब को रोकने के लिए काफी मशक्कत भी करते हैं। लेकिन आपको बता दें कि, इस समस्या को ना केवल मेडिकल ट्रीटमेंट से बल्की घरेलू इलाज से भी ठीक किया जा सकता है।

Bar bar peshab aane ke karan बार बार पेशाब आने के कारण :-

इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपाय क्या है? ये जानने से पहले हमे यह जानना होगा कि, इसके कारण क्या हैं?

वर्तमान में यह समस्या काफ़ी लोगों में दिखने को मिल रही हैं और इस समस्या के अलग अलग लोगों में अलग अलग लक्षण मिल रहे हैं। तो चलिए जानते हैं बार बार पेशाब आने के कारण क्या हैं? 

मूत्राशय की सक्रियता :-

मूत्राशय के अत्यधिक सक्रियता के कारण व्यक्ती बार बार पेशाब के लिए प्रेरित होता है। मूत्राशय की अत्यधिक सक्रियता इस समस्या का सबसे बड़ा कारण मानी जाती है।

डायबिटीज :-

यह बात तो सब जानते है कि, रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ने के स्थिती को डायबिटीज कहते हैं। इसलिए जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती हैं। उन लोगों के शरीर में अगर ज्यादा मात्रा में ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाए तो, उन लोगों के शरीर में मौजूद अतिरिक्त ग्लूकोज मूत्र मार्ग से बाहर निकलता रहता है। जिस कारण ऐसे डायबिटीज के मरीजों को बार बार पेशाब आता है। क्युकी उनका डायबिटीज शरीर में अतिरिक्त ग्लूकोज को रहने नही देता है।

किड़नी प्रॉब्लम :-

बार बार पेशाब आना व्यक्ती को किड़नी प्रॉब्लम होने का संकेत भी देता है। क्युकी जिन लोगों को किड़नी से जुड़ी कोई समस्या है। तो उन्हे बार बार पेशाब आता है। इसलिए ऐसी समस्या होने पर मेडिकल जांच में देरी ना करें, इसे नजरंदाज ना करें।

शराब :-

सुरा, मदिरा या शराब एक अल्कोहोलिय पेय पदार्थ है। जिसे बोरियत मिटाने, खुशी मनाने, डिप्रेशन को कम करने, चिंता से निजात पाने, किसी की यादों को मिटाने, आत्मविश्वास को बढ़ाने यहां तक कि मुड़ बनाने के लिए पी जाती है। शराब तबतक फायदेमंद होती है, जबतक इसे टॉनिक की तरह पिया जाता है। लेकिन जब इन्सान इसे जरूरत से ज्यादा पीने लगता है तो, यह खतरनाक साबित होती है। यही कारण है कि, जो लोग शराब का अत्याधिक सेवन करते हैं उन्हें बार बार पेशाब की समस्या पैदा होती है।

कैफिन :-

कैफिन एक केमिकल है जो चाय, कॉफी आदी मे पाया जाता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल मानसिक और शारीरिक थकान को दूर करने के लिए किया जाता है। लेकिन जब इसका अत्याधिक सेवन किया जाए तो, यह नुकसानदेह भी है। शोध बताते हैं कि, बार बार पेशाब आने के पिछे का एक और कारण कैफिन का अत्याधिक सेवन भी है।

मूत्राशय में संक्रमण :-

बार बार पेशाब आने के पिछे मूत्राशय में संक्रमण भी एक बहुत बड़ा कारण है। संक्रमण के कारण व्यक्ती को पेशाब करते वक्त जलन भी होती हैं। आपको बता दें कि, मूत्राशय संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा पुरुषों के मुक़ाबले महिलाओं को रहता है।

दवाओं का सेवन :-

हर व्यक्ती बीमारी को ठीक करने के लिए दवाओं का सेवन करता हैं। लेकिन जब इन दवाओं का व्यक्ती पर साइट इफेक्ट पड़ता है, तब इस प्रकार की बार बार पेशाब आने की समस्या पैदा हो सकती हैं।

मुत्राशय में कैंसर या पथरी :-

मुत्राशय में कैंसर या पथरी होने से भी बार बार पेशाब आने की समस्या पैदा हो सकती है। इतना ही नहीं मुत्राशय में कैंसर या पथरी के कारण पेशाब में रक्त भी आ सकता है।

प्रोटेस्ट ग्रंथी के कारण :-

प्रोटेस्ट ग्रंथी केवल पुरुषों में पाई जाती है। इस ग्रंथी का कार्य व्यक्ती के स्पर्म को सुरक्षित ले जाना होता है। यह ग्रंथी व्यक्ती के प्राइवेट पार्ट के चारों ओर मौजुद होती हैं। जो जिन्दगी भर बढ़ती रहती है। लेकिन जब यह हद से ज्यादा बढ़ जाती है, तब यह व्यक्ती के मूत्रमार्ग पर दबाव बनाती हैं। जिस वजह से व्यक्ती को बार बार पेशाब आना चालू होता है।

मनोवैज्ञानिक कारण :-

कुछ बीमारियों के पिछे ना केवल शारीरिक बल्की मानसिक कारण भी छिपे होते है जैसे डर, चिंता आदी। व्यक्ती को मानसिक कारणों के वजह से भी बार बार पेशाब आती है। कई बार शौच भी आती है।

इंटरस्टेशल सिस्टाइट्स के कारण :-

यह मुत्राशय से जुड़ा एक विकार है। जिससे रोगी का मुत्राशय सूज जाता है। यह विकार होने पर व्यक्ती को बार बार पेशाब आने जैसा महसूस होता है। इसके अलावा पेशाब करते वक्त दर्द भी होता है।

क्लैमेडिया के कारण :-

क्लैमेडिया या क्लैमाइडिया एक यौन संक्रामक बीमारी है। इस यौन संक्रामक बीमारी के कारण भी व्यक्ती को पेशाब करते समय जलन और दर्द होता है। इसके अलावा इस बिमारी के कारण संबंध बनाते समय भी जलन होती हैं।

पेल्विक हिस्से में ट्यूमर होने के कारण :-

अब आप सोच रहे होंगे कि, ये पेल्विक हिस्सा मतलब कौनसा हिस्सा होता है। आइए जानते हैं, पेल्विक हिस्सा मतलब टांगों के ऊपर और नाभी के नीचे के हिस्से को पेल्विक हिस्सा कहा जाता है। जब इस हिस्से में ट्यूमर हो जाता है, तो व्यक्ती को बार बार पेशाब आने की समस्या पैदा हो जाती है।

प्रेगनेंसी :-

प्रेगनेंसी के दौरान जब यूरेट्स बड़ा होने लगता है, तब ब्लैडर पर दबाव बढ़ने लगता है। जिस कारण महिलाओं को बार बार पेशाब आती है। प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को दिन में 8 बार से भी अधिक बार पेशाब आ सकती है।

अन्य कारण :-

ज्यादा पाणी पीने से भी बार बार पेशाब आती है। लेकिन यह स्वभाविक हैं। इसके अलावा कुछ लोगों का मुत्राशय काफ़ी सक्रिय होता है। जिस कारण भी व्यक्ती को बार बार पेशाब आती है। बरसात के मौसम में भी व्यक्ती को ज्यादा पेशाब आती है।

bar bar peshab aane ke lakshan बार बार पेशाब आने के लक्षण :-

अभी हमने बार बार पेशाब आने के कारण क्या हैं? यह तो जान लिया। लेकिन इस समस्या के प्रमुख लक्षण क्या है? कैसे पता करे कि, बार बार पेशाब आने की समस्या हमें हुई है या नहीं। आइए जानते हैं।

पेशाब बाहर निकलते समय दर्द होना, जलन होना, पेशाब के साथ खून निकलना या अजीबो गरीब रंग की पेशाब आना, पेशाब से दुर्गंध आना, बार बार पेशाब आना, पेशाब करने की इच्छा होना लेकिन पेशाब करने जाए तो तो पेशाब ना आना, बुखार आना, ठंड लगना, उल्टी होना आदी लक्षणे बार बार पेशाब आने की है।

bar bar peshab aane par gharelu upchar बार बार पेशाब आने पर घरेलू इलाज :-

आंवला और शहद :-

आंवला और शहद दोनों ही औषधि गुणों से युक्त होते है। इसलिए इनका आयुर्वेद में भी उल्लेख देखने को मिलता है। बार बार पेशाब आने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए रोगी घरेलू इलाज के रूप में इसका इस्तेमाल कर सकता है। आंवले के रस में शहद मिलाकर उसे सुबह शाम लेने से बार बार पेशाब आने के समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

जायफल :-

जायफल भी औषधि गुणों से युक्त होता है। रोगी जायफल का सफेद मुसली के साथ रोज एक एक चुटकी का सेवन करके भी बार बार पेशाब आने की समस्या से छुटकारा पा सकता है।

केले :-

केले का सेवन भी बार बार पेशाब आने की समस्या को ठीक कर सकता है। केले के और भी लाभ है। इसलिए केले का सेवन ज़रूर करना चाहिए।

मेंथी :-

बार बार पेशाब आने की समस्या पर गुणकारी घरेलू औषध के रूप में मेथी का सेवन करना काफ़ी फायदेमंद है। इसलिए रोगी को मेथी से बनी सब्जियां हफ्ते में दो से तीन बार ज़रूर खानी चाहिए। इससे भी रोगी को अधिक पेशाब के समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

तिल :-

तिल का सेवन हमारे शरीर के लिए काफ़ी पौष्टिक है। रोगी गुड के साथ तिल का सेवन करके या तिल के बने लड्डू का सेवन करके भी बार बार पेशाब आने की समस्या से निजात पा सकता है।

चने :-

भुने हुए चने को रोज शाम गुड़ के साथ एक सप्ताह तक खाने से भी अधिक बार पेशाब आने की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

अंगूर :-

अंगूर काफ़ी गुणकारी फल है। इसका कई बीमारियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पेशाब की समस्या को ठीक करने के लिए रोगी रोज अंगूर का सेवन करके लाभ पा सकता है।

पालक :-

पालक से बनी चीजें जैसे ज्यूस, सब्जी आदी खाने से भी बार बार पेशाब आने की समस्या से घर बैठे राहत पाई जा सकती है।

अनार :-

कई दफा बार बार पेशाब आने का कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकता है। अनार में वे सभी पोषक तत्व होते है। जिसकी शरीर को जरूरत है। अनार का सेवन करके रोगी उन पोषक तत्वों को पा सकता है और अधिक पेशाब के समस्या को ठीक कर सकता है। इसके अलावा अनार के छिलकों को सुखाकर उसे पीस के पाउडर बना लें और रोज उस पाउडर को पानी के साथ सुबह सुबह ले। ऐसा करने से भी बार बार पेशाब आने की समस्या से निजात पाई जा सकती है

दही :-

दही का सेवन भी इस समस्या से छुटकारा दिलाता है। क्युकी दही में प्रोबायोटिक बैक्टीरिया होते है। जो संक्रामण फैलाने वाले बैक्टीरिया को नष्ट करने में रोगी की मदद करते हैं। इसलिए दही का सेवन सबसे ज्यादा लाभकारी होता है।

तुलसी :-

बार बार पेशाब आने की समस्या को कम करने के लिए रोजाना तुलसी के तीन चार पत्ते खाली पेट शहद के साथ खाने से भी लाभ होता है।

मसूर की दाल :-

मसूर की दाल का सेवन भी बार बार पेशाब आने से राहत दिलाता है।

सेब :-

सेब का सेवन वैसे भी हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है। हर रोज सुबह एक दो सेब का सेवन अगर किया जाता है तो, बार बार पेशाब आने की समस्या से निजात मिल सकती है।

गाजर :-

गाजर का ज्यूस या फिर गाजर खाने से भी पेशाब की समस्या को दूर किया जा सकता है।

अदरक :-

अदरक का रस निकालकर रोज सुबह शाम दो चम्मच लेने से भी पेशाब जल्दी बाहर निकलती है। जिससे बार बार पेशाब आना कम हो जाता है। इसके अलावा अदरक का सेवन रोगी के मूत्र मार्ग में मौजुद इन्फेक्शन को भी दूर करता है।

bar bar peshab aana kaise roke बार बार पेशाब आना कैसे रोके :-

रोजमर्रा के जीवनशैली में और अपने खानपान में बदलाव लाकर भी बार बार पेशाब आने के समस्या को ठीक किया जा सकता है।

आपको बता दें कि, मीठे पदार्थों का सेवन ना करे। क्युकी मीठे पदार्थों से मूत्र के रास्ते में मौजुद बैक्टीरिया को ब्रीडिंग करने की सहूलियत मिलती है। इसलिए मीठे पदार्थों के सेवन से परहेज करें।

बार बार पेशाब आने की समस्या है तो, रोगी को कॉफी पीना छोड़ देना चाहिए। क्युकी कॉफी से यह समस्या और बढ़ जाती है। लेकिन अगर आप कॉफी के शौकीन हैं और आप बिना सेवन करें नही रह सकते हैं तो, आप कॉफी के जगह हर्बल टी यूज कर सकते हैं।

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मसालेदार भोजन से भी दूरी बनाए क्युकी इससे भी यह समस्या होती हैं। इसलिए मसालेदार भोजन खाने के बजाए सादा भोजन खाए। सादा भोजन वैसे भी हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है।

अगर बार बार पेशाब आने की समस्या है तो, शराब, सिगरेट जैसे नशीले पदार्थों से बिलकुल दूरी बनाए।

हमेशा सूती कपड़े के इनरवेयर पहने और अधिक मात्रा में पानी का सेवन करें। आपको बता दें कि, बार बार पेशाब आने के कारण पानी पीना कम ना करें। क्युकी किसी प्रकार के इन्फेक्शन को पेशाब के जरिए बाहर निकाला जा सकता है। इसलिए भरपूर पाणी पिए। सिर्फ रात में जरूरत से ज्यादा पाणी ना पिए। नही तो आपकी नींद खराब हो सकती है।

उपर दिए गए सब घरेलू इलाज करने के बाद भी अगर इस समस्या से छुटकारा नहीं मिल पाता है तो, जल्दी डॉक्टर के पास जाए। इस समस्या को बिलकुल भी नजरअंदाज ना करें। यह किसी बड़े बिमारी का संकेत भी हो सकता है।

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