Last Updated on 9 months by Sandip wankhade
क्या आप जानते है कि, देश की पहली FIR कब, कहा, किसने और क्यों लिखवाई थी। किस पुलिस थाने में दर्ज हुई थी देश की पहली रिपोर्ट? क्या आप जानते है। देश में IPC कानून की शुरुआत कब कहा और किसने की थी? अगर आप नही जानते है, तो कोई बात नही। आइए जानते है इन सभी सवालों के जवाब इस लेख में।
आज इसका जिक्र हम इस लिए कर रहे है। क्युकी आजही के दिन IPC कानून सिस्टम बना था।
हम सभी जानते है कि, आज 2021 मे भी “भारतीय आचार संहिता (IPC)” के कुछ कानूनों और धाराओं को लेकर अक्सर चर्चाएं होतीं रहती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि, इसकी शुरुआत कब हुई थी और इसका इस्तेमाल सबसे पहले किस व्यक्ती ने और किस लिए किया था। आइए जानते है।
अंग्रेजो ने पूरे भारत पर 1858 तक पूरी तरह से अपनी पकड़ बिठा ली थी। 1858 तक हमारी राजधानी दिल्ली पर अंग्रेजो ने पूरी तरह से अपना कब्जा कर लिया था। लेकिन भारत पर पूरी तरह से कब्जा करने के बाद भी। अंग्रेजो को पूरे भारत के लिए एक ही कानून सिस्टम बनाने के लिए करीब 3 साल का समय लगा था। आपको जानकर हैरानी होगी कि, इस कानून सिस्टम को आज ही के दिन यानी 6 अक्टुबर 1861 मे बनाया गया था। आज 6 अक्टुबर 2021 मे यह कानून सिस्टम पूरे 160 साल का हो गया है। जब यह कानून सिस्टम बना, तब इसे शुरुआत में ताज – ए – रात – ए – हिंद नाम दिया गया था। जिसे बाद में इंडियन पिनल कोड (IPC) अर्थात भारतीय आचार संहिता नाम से जाना जाने लगा।
अंग्रेजो के इसी “आय पी सी” वाले कानून सिस्टम को हमने आजादी के बाद भी खतम ना करते हुए। वैसे ही थोड़े बहुत बदलाव करके अपना लिया। आज इसी आय पी सी वाले कानून सिस्टम को अपनाए हुए हमें 160 साल हो गए है। आज भी हमें ऐसी कई IPC की धाराए देखने को मिलती है, जो 160 साल पहले हुआ करती थी।
जब अंग्रेजो ने इस “आय पी सी” वाले कानून सिस्टम को बनाया था, तब उन्होंने इस कानून सिस्टम के साथ साथ राजधानी दिल्ली में 5 पुलिस थानो का भी निर्माण किया था। जब अंग्रेजो ने इन पांच पुलिस थानो का निर्माण किया था, तब ये सभी पांच पुलिस थाने देश के सबसे पहले पुलिस थानों के तौर पर जाने जाते है और देश सबसे पुराने पुलिस थानों के तौर पर भी जाने जाते है। इन पांच पुलिस थानो के नाम कुछ इस प्रकार है। कोतवाली पुलिस थाना, सदर बाजार पुलिस थाना, महरौली पुलिस थाना, मुंडका पुलिस थाना और सब्जी – मंडी पुलिस थाना। ये सभी पुलिस थाने आज भी दिल्ली में मौजूद है। जिनका निर्माण अंग्रेजो ने 160 साल पहले किया था।
अब बात करते है, देश की पहली FIR कब, कहा, किसने और क्यों लिखवाई थी। किस पुलिस थाने में दर्ज हुई थी देश की पहली रिपोर्ट। आइए जानते है।
भारतीय पुलिस विभाग द्वारा जारी पुराने रेकॉर्ड के मुताबिक भारत में पहली FIR “इंडियन पिनल कोड” (IPC) सिस्टम के तहत 18 अक्टूबर 1861 को दिल्ली के सब्जी मंडी पुलिस थाने मे दर्ज की गई थी। यह FIR शिशमहल के निवासी मयुद्दीन, पुत्र मुहम्मद यार खान ने दर्ज कराई थी।
FIR में दर्ज जानकारी के मुताबिक 17 अक्टुबर की रात में मयुद्दीन, पुत्र मुहम्मद यार खान के घर में एक चोरी हुई। रिपोर्ट के मुताबिक उनके घर से रात को 3 डेगची, 3 डेगचे, 1 कटोरा, 1 कुल्फी बनाने की फ्रेम, 1 हुक्का और घर के औरतों के कीमती कपड़े चोरी हुए थे। इस सारे सामान की किम्मत उस वक्त के समय में (1861 मे) 45 आने थी। मतलब 1 रुपए में 16 आने होते है। यानी की यह चोरी किए गए सारे सामान की कुल किंमत 2 रुपए 70 पैसे थी। आज भलेही हमें 2 रुपए 70 पैसों के लिए FIR करना अटपटा लगता होंगा। लेकिन 1861 के दरम्यान मे यह रक्कम बड़ी थी। इसलिए ही तो FIR की गई।
First FIR Report Lodged By Delhi Polic In British India.
साल 2017 मे दिल्ली पुलिस ने “खास है इतिहास” टैगलाइन के साथ अपने अधिकृत ट्विटर हैंडल से इस FIR की जानकारी लोगों से शेअर की और इस FIR की कॉपी इमेज भी शेअर की थी। इस ट्वीट मे पुलिस विभाग ने तारीख के साथ साथ FIR कॉपी पोस्ट की हुई है।
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