Last Updated on 2 months by Sandip wankhade
झारखंड: बहन की मौत पर भाई न्याय मांगने 32 दिन पैदल चलकर पहुंचा राष्ट्रपति भवन,टीचर से अपमानित होकर बहन ने दी थी जान
तेतुलमारी: आज हम एक ऐसे भाई की कहानी आपकों बताने जा रहे हैं, जो लगातार 32 दिनों तक बीना किसी वाहन के केवल पैदल चलकर दिल्ली में स्थित राष्ट्रपति से मिलने राष्ट्रपति भवन पहुंचा दसवीं की छात्रा उषा कुमारी का चचेरा भाई। जब उषा कुमारी के भाई को राष्ट्रपति भवन से सकारात्मक आश्वासन मिलने से पीड़ित परिवार को उम्मीद जागी।
जब न्याय मिलने के नाम पर मिलता रहा आश्वासन
आपकों बता दें कि, यह बात 10 जुलाई की है। जब तेतुलमारी में स्थित धनबाद सेंट जेवियर स्कूल की दसवीं की छात्रा उषा कुमारी को उसके शिक्षिका ने किसी बात पर उसे अपमानित कर जोर से थप्पड़ सभी स्कूली बच्चों के सामने जड़ दीया था। जिससे छात्रा काफी अपमानित महसूस कर कर रही थी।
इसके बाद छात्रा ने अपने टीचर की शिकायत प्राचार्य से की। लेकीन प्राचार्य ने छात्रा की शिकायत को अनदेखा कर दिया था। इससे ही आहत हो कर दसवीं में पढ़ रही छात्रा उषा कुमारी खुदकुशी कर ली थी।
शव को स्कूल के सामने रख आंदोलन किया गया
छात्रा ने खुदकुशी 10 जुलाई को की थी जिसके परीणाम स्वरूप छात्रा के परिवार वालों ने समाज के लोगों ने “स्वजन व अखिल भारतीय बाउरी समाज” के पदाधिकारीयों को साथ लेकर उसी स्कूल के सामने बच्ची का शव रख कर आंदोलन किया और स्कूल के प्राचार्य व शिक्षिका के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। आंदोलन के चलते पुलिस घटना स्थल पर दाखिल हुई और स्कूल के प्राचार्य व शिक्षिका पर करवाई करके उन्हे साथ ले गई। लेकीन उसके बाद कुछ नही हुआ जिसके चलते आंदोलन जारी रहा।
अब तक नहीं निकला कोई ठोस नतीजा
घटना को सिर्फ तीन दिन हो चुके थे। लेकीन कोई ठोस कार्रवाई स्कूल के प्राचार्य व शिक्षिका के खिलाफ नही हुई। इसके बाद जागरण न्यूज के अनुसार 14 जुलाई को राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो जांच के लिए छात्रा के आवास पहुंचे, जहां स्वजनों से मिलकर घटना की जानकारी ली और जिले के शिक्षा अधिकारी को विद्यालय के खिलाफ कार्रवाई करने की बात उन्होने कही थी, लेकीन फिर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई और मामला ठंडा रहा। इससे छात्रा के परिवार वाले और समाज के लोग और ज्यादा नाराज हो गए। कहा जाता हैं कि, इस घटना के बाद छात्रा के परिवार वालों ने और समाज के लोगों ने जिले के जन प्रतिनिधियों के अलावा धनबाद के उपायुक्त से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। लेकीन फिर भी परिवार को और उनके समाज को केवल आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला।

Jharkhand: Brother walked for 32 days to seek justice on sister’s death, reached Rashtrapati Bhavan, sister committed suicide after being insulted by teacher photo credit: jagran
भाई 32 दिन तक पैदल चलकर राष्ट्रपति भवन पहुंचा
किसी के भी तरफ से कोई ठोस कदम ना उठाए जाने के कारण, न्याय के लिए छात्रा उषा का चचेरा भाई रघुनंदन बाउरी न्याय पाने के लिए 13 सितंबर को तेतुलमारी के शक्ति चौक से पैदल दिल्ली की ओर राष्ट्रपति भवन जाने के लिए निकला। कहा जाता हैं कि, लगभग एक महिने तक पैदल चलने के बाद लड़की का भाई 14 अक्टूबर दिल्ली पहुंचा और उसने राष्ट्रपति के कार्यालय में आवेदन जमा किया।
जागरण न्यूज वेबसाइट पर मिले लेख के मुताबिक इस बारे में छात्रा का भाई रघुनंदन बाउरी ने बताया कि, वह राष्ट्रपति भवन कार्यालय पहुंचकर आवेदन देने के लिए 32 दिन तक पैदल चला। आगे उसने कहा कि, आवेदन देने के बाद उसने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से ऑनलाइन वार्ता भी की। और सकारात्मक जवाब मिला।
कहा जाता हैं कि, इस घटना के बाद मो. आसिफ हसन, जो झारखंड राज्य के कार्मिक प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा डी विभाग रांची के अधिकारी है, उन्हे इस मामले की सही जांच करके कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
दोस्तों यह घटना वैसे तो काफी दुखदायक है। लेकीन एक भाई का अपनी बहन के प्रति प्रेम और उसे न्याय दिलाने के लिए की जा रही खटपट सराहनीय है।
स्त्रोत:
https://www.jagran.com/jharkhand/dhanbad-dhanbad-st-xavier-student-usha-kumari-brother-raghunandan-reached-rashtrapati-bhavan-to-avenge-his-sister-death-23558540.html