Last Updated on 2 months by Sandip wankhade
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के खिलाडियों ने जूते मे बीयर भरकर क्यों पी? क्या है इस अजीबोगरीब जश्न की वजह?
रविवार को ही ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड का T20 World Cup का फाइनल मैच हुआ। जिसमे ऑस्ट्रेलिया ने न्यूज़ीलैंड को 8 विकेट से हरा कर नया इतिहास रचा। वर्ल्ड चैंपियन बनना हर खिलाडी के लिए सौभाग्य की और खुशी की बात होतीं हैं। यही वर्ल्ड चैंपियन बनने की खुशी ऑस्ट्रेलियाई खिलाडियों के चेहरे पर भी नजर आ रही थी। इसी बीच ऑस्ट्रेलियाई खिलाडियों का एक अजीबोगरीब हरकतो वाला वीडियो सोशल मिडिया पर काफी वायरल हो गया। इस वीडियो में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के खिलाडी अपने ड्रेसिंग रूम में, अपने ही पैरों में पहने जूते मे बियर भरकर पीते नजर आए।
वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि, सेमीफाइनल में पाकिस्तान की उम्मीदों को तोड़ने वाले तूफानी बल्लेबाज मैथ्यू वेड और ऑलराउंडर खिलाडी मार्कस स्टोइनिस जूते मे बीयर भरकर उसे चख रहे है।
विश्व विजेताओं द्वारा इस प्रकार से सेलिब्रेशन करना देखकर हर कोई हैरान हुआ। उनके इस प्रकार के जश्न को देखकर, खुद उनके फैन भी हैरान मे है। लेकिन आपको बता दे कि, ऑस्ट्रेलिया में जूते मे बियर भरके उसे पीकर जश्न मनाने की यह परंपरा काफी लोकप्रिय और नई है।
View this post on Instagram
क्यों चैंपियन्स जूते मे बियर पीते है?
आपको जानकर हैरानी होगी कि, जूते मे बियर पीने के इस इस प्रथा को ऑस्ट्रेलिया में “शुई (shoey) प्रथा” कहते है। इस प्रकार से जश्न मनाना लाइव म्युजिकल कांसर्ट और स्पोर्टिंग इवेंट मे आम बात है। इस अनोखी परंपरा की नीव ऑस्ट्रेलिया के फार्मुला वन स्टार डेनियल रीकियार्डो द्वारा साल 2016 में रखी थी। 2016 में हुए “जर्मन ग्रैंड प्रिक्स” में डेनियल रीकियार्डो ने इस अनोखी परंपरा को मनाया था।
लेकिन ऑस्ट्रेलिया मे ना सिर्फ खिलाडी बल्कि कई बड़े सेलिब्रिटीज भी जैसे कलाकार इस तरह का सेलिब्रेशन स्टेज पर करके अपनी खुशी को लोगों के सामने जाहिर करते है।
2016 से शुरू हुए इस अनोखे तरीके का क्रेज आज काफी बड़ा है। अब यह प्रथा ऑस्ट्रेलिया से बाहर निकलकर दूसरे देशों में भी फैली है। हाल ही मे ब्रिटिश रेसिंग ड्राइवर “लुइस हेमिल्टन” ने “एमिलिया रोमाग्ना ग्रैंड प्रिक्स” की पोडियम सेरेमनी पर ऐसे ही जूते मे बियर डालकर उसे पीकर अपना जश्न मनाया था।
आपको बता दे कि, भले ही इस प्रथा का प्रचलन दुनिया में बढ़ रहा होगा। लेकिन फिर भी कुछ ऐसे कलाकार मौजूद हैं। जो इस प्रकार के प्रथा को बिलकुल भी पसंद नहीं करते है। सिडनी की एक 21 साल की कॉन्सर्ट फोटोग्राफर जॉर्जिया मौलोनी का कहना है कि, वह पांच मे से एक के दौरान ही “shoey” शब्द सुनती है। उसका कहना है कि, कई बार उसे यह सुनना काफी अजीब लगता है। खासतौर से तब, जब स्टेज पर कोई इंटरनेशनल आर्टिस्ट मौजूद होता है। फोटोग्राफर जॉर्जिया मौलोनी का कहना हैं कि, पूरी दुनिया में यह एक एकलौता ऐसा देश होगा, जहा कलाकारों को जूते मे बियर पीने को कहा जाता है।
क्या जूतों में बियर पीना फायदेमंद है?
हमने इस प्रथा के बारे में तो जान लिया है। अब ऐसे में यह भी जानना जरूरी है कि, क्या जूतों में बियर पीना सेहत के लिए फायदेमंद है?
इस सवाल को जानने के लिए हमने इंटरनेट पर आज तक का लेख पढ़ा। जिसमें बताया गया है कि, मेलबर्न की मोनाशा युनिवर्सिटी की इंफेक्शियंस डिसीज एक्सपर्ट “एंटोन पेलेग का कहना है कि, जूतों में बियर पीना सेहत के लिए फायदेमंद नही है। इनके अनुसार जूते मे बियर भरकर उसे पीने के सेहत के लिए कोई फायदा नही होता है। लेकिन ऐसा करने से इंफेक्शन जरूर हो सकता है। उनका कहना है कि, स्वस्थ और साफ पैरों वाले इंसान के जूते मे बियर भरकर पीने से इंफेक्शन का खतरा बहुत कम रहता है। लेकिन यह ठीक नहीं है।
कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि, बदबुदार जूतों में बियर भरकर पीने की बजाय हमें ग्लास का इस्तेमाल करना चाहिए। यह एक बेहतर विकल्प है।
यह भी पढ़े:-
दोस्तों यह जानकारी आपको कैसी लगी हमें कॉमेंट करके जरूर बताए और ऐसी ही interesting जानकारी जानने के लिए हमारे बाकी पोस्ट पर जरूर विजिट करे।