टंट्या भील एक ऐसे क्रांतिकारी हुए जिन्होंने ना सिर्फ अंग्रेजों को बल्कि अंग्रेजों की गुलामी करने वाले रियासतदारो, सेठ और साहूकारों तक को अंदर से हिला कर रख दिया। ऐसे भारत के इस रोबिन्हुड को सलामी दिये बिना आगे नहीं बढ़ती है ट्रेने।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी जनजातियों के बहुत से वीर सपूतों का भी योगदान रहा है। लेकिन अफ़सोस की बात यह है कि, मौजूदा व्यवस्था… Read More »टंट्या भील एक ऐसे क्रांतिकारी हुए जिन्होंने ना सिर्फ अंग्रेजों को बल्कि अंग्रेजों की गुलामी करने वाले रियासतदारो, सेठ और साहूकारों तक को अंदर से हिला कर रख दिया। ऐसे भारत के इस रोबिन्हुड को सलामी दिये बिना आगे नहीं बढ़ती है ट्रेने।