Last Updated on 6 months by Sandip wankhade
—————————————————————अजान| ajan| अजान होने पर कुत्ते क्यों भोंकते हैं| why do dogs cry during azaan in hindi| कुत्ते रोते हैं तो क्या होता है| भूत कैसे रोता है|कुत्ता कैसे रोता है| क्या कुत्ते भूत देख सकते हैं| कुत्ते रात में क्यों भौंकते है| शंख बजने पर कुत्ते क्यों रोते हैं| कुत्ते के रोने का मतलब|
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हर किसी को कुत्तों की यह हरकत सोच में डाल देती है कि, आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कि, जब अजान होने लगती है तो, कुत्ते रोने लगते है। ठीक इसी प्रकार से जब किसी मंदिर में शंख बजता है तब भी कुत्ते रोने लगते है। और तो और जब रात में सब तरफ सन्नाटा छाया हुआ होता है, तब भी कुत्ते अचानक से भौंकने या रोने लगते हैं। कुत्ते ऐसा क्यो करते हैं। जब हम इसके बारे में अपने घरवालों को पूछते है, तो उन्हे भी इस बारे में कुछ ज्यादा जानकारी नहीं होती है। पर हा कुछ लोग इसे अशुभ घटना का संकेत मानते हैं।
इस लेख में कुत्तों के इस अजीब हरकत के पिछे की सटीक जानकारी देने का प्रयास हमने किया है। तो चलिए जानते हैं, अजान के समय कुत्ते क्यों रोने लगते।
हमारे समाज में प्राचीन काल से कई प्रकार की धार्मिक मान्यताएं प्रचलित है। जो आज के वैज्ञानिक युग में भी निरंतर चली आ रही है और लोग उस पर आंख मूंद कर यकीन भी कर लेते है। जबकि उन मान्यताओं के पिछे की सटीक खोज की जाए तो शायद ही हमें कोई तर्क मिले। ऐसी ही यह कुत्तों से जुड़ी एक मान्यता है।
धार्मिक मान्यताएं कुत्तों को लेकर दावा करते हैं कि, कुत्ते भविष्य में होने वाली घटनाओं को पहले ही भाप लेते है। मतलब कुत्ते भविष्य देख सकते हैं, जो हम नही देख सकते। जैसे की अगर किसी घर के पास जाकर, या उस घर के दीवार पर चढ़कर कुत्ता रोने लगे या भौंकने लगे, तो ऐसा कहा जाता है कि, उस घर में कुछ अशुभ घड़ने वाला है। जिसकी जानकारी वह कुत्ता पहले ही उस घर के लोगों को दे रहा है।
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इसी प्रकार से एक और धार्मिक मान्यता यह है कि, कुत्तों को भूत, प्रेत या बुरी आत्माएं भी दिखाई देती है। अब इस बात में कितनी सच्चाई है। इसका कोई ठोस आधार नहीं है। लेकिन धार्मिक मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि, रात के समय में भूत, प्रेत या बुरी आत्माओ का इन्सानी दुनिया में बड़ी मात्रा में दख़ल रहता है। वे रात के समय में बिना किसी हिचकिचाहट के इधर उधर घुमती रहती है। जब ये बुरी आत्माएं और भूत, प्रेत कुत्तों को दिखाई पड़ती है तो वे उन्हे देखकर भौंकने लग जाते है। इसलिए जब रात में सब तरफ सन्नाटा होता है, तब कुत्ते इन भूत, प्रेत और बुरी आत्माओ को देखकर अचानक से भौंकने लगते है।

Photo credit:- pixabay
लेकिन जब अजान होती हैं। या मंदिर में शंख बजता है। तब सभी आत्माएं और भूत, प्रेत इंसानी दुनियां को छोड़कर भागने लगती है। इन्हे भागते हुए देख कर भी कुत्ते भोकने लगते है या फिर रोने लगते हैं।
इतना ही नहीं कुछ लोग तो ऐसा भी मानते हैं कि, जब अजान होती हैं, तब कुत्ते भी भगवान को याद करते हुए नमाज पढ़ते हैं।
अब ये सभी बाते हमें भले ही धार्मिक चश्में से सही लगती हो। या फिर ये सारी बातें वाकई में सही हो। लेकिन विज्ञान इन सभी बातों को नकारते हुए अपना अलग ही दावा करता है। तो चलिए जानते हैं विज्ञान क्या कहता है इस बारे में।
पहली बात तो विज्ञान कुत्तों के रोने को ही नकारता है। विज्ञान के अनुसार कुत्ते रोते नही है, बल्कि हौल करते हैं। विज्ञान के अनुसार कुत्तों मे सूंघने की क्षमता काफी तेज होती है और इसीलिए जब रात के समय में सब तरफ सन्नाटा होता है। तब कुत्तों को वातारण में चलने वाली हवाओं के जरिए किसी चीज़ की स्मेल आती है, तो वे उस दिशा में भौकने लगते है। ना की भूत, प्रेत और आत्माओं को देखकर भौकते हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि, कुत्तों के रात में भौंकने के पिछे का कारण पता चला। फिर कुत्ते रात में अचानक रोने या हौल क्यो करने लगते है। इसके पीछे क्या वैज्ञानिक कारण है? आइए जानते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि, इंसानों की तरह ही कुत्तों को भी अकेला रहना पसंद नहीं है। इसलिए जब वे अकेले होते हैं, तो वे हौल करते हैं। ताकी उनके बाकी साथियों को उनके ठीक स्थान का पता चल सके। इस प्रकार के आवाज के जरिए वे अपने दूसरे साथियों को अपने मौजूदगी के बारे में जानकारी देते हैं कि, वे किस गली या एरिया में है।

Photo credit :- pixabay
इतना ही नहीं जब कुत्तों को चोट लगती है और उन्हें दर्द होता है, तब भी वे हौल करते हैं।
अब बात करते है अजान के वक्त क्यों कुत्ते भौंकते है या हौल करते हैं। इसको हम कुछ उदाहरणों के जरिए समझते हैं।
जैसा की कही डीजे पर बडी आवाज में गाना बजता हुआ हम जब देखते हैं, तब वहा नाचने वाले लोगों को देखकर हमारे पैर भी अपने आप थिरकने लगते है। ठीक इसी प्रकार से जब हमारे कानों पर किसी गाने का आवाज पड़ता है, तो हम भी गाना गुण गुनाने लग जाते है।
इतना ही नहीं मूवी में कोई इमोशनल सीन को हम देखते हैं, तब हमारी आंखों से आंसू निकलने लगते है। जबकि हमे पता होता है कि, यह एक मूवी का सीन है और कुछ नहीं और जो मूवी में रो रहे हैं वो एक्टिंग है, सच नही। यह सब पता होने के बावजूद भी हमारी आंखों से आंसू निकलते है। क्युकी यह सामान्य बात है। जो हर किसी के साथ होती हैं।
ठीक इसी प्रकार से जब अजान या शंख की आवाज कुत्तों के कानों पर पड़ती है। तब वे भी हौल करने लग जाते है। मतलब नकल करने लगते है।
दोस्तो यह थी कुत्तों के रोने के पिछे की असल वजह। यह जानकारी आपको कैसी लगी हमे कमेंट बॉक्स में जरूर बताए।
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