Yamuna Ka Jal Ghar Me Rakhna Chahiye Ya Nahi: गंगा नदी हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र नदी मानी जाती हैं इसके अलावा गंगा नदी हिन्दू धर्म में सबसे पूज्यनीय नदी भी है। गंगा नदी के जल को घर में रखना उसका छिड़काव करना अच्छा माना जाता हैं। ऐसा माना जाता हैं कि, गंगा जल को घर में रखने मात्र घर पवित्र पवित्र हो जाता हैं तथा गंगा जल का छिड़काव करने मात्र से ही कोई भी स्थान या व्यक्ति पवित्र हो जाता है। गंगा जल सबसे पवित्र होने के कारण इस जल का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों में बडी मात्रा में किया जाता है। लेकीन गंगा जल प्राप्त करना इतना आसान नहीं है। इसलिए लोग अन्य नदी का जल भी घर में रखते हैं। क्युकी हिन्दू धर्म में अन्य नदियों के जल को भी पवित्र माना है। अन्य नदियों में खास कर यमुना नदी प्रमुख है। क्योंकि गंगा नदी के बाद सबसे ज्यादा नाम यमुना नदी का लिया जाता हैं और इसका जल प्राप्त करना भी बहुत आसान है। लेकीन यमुना जल को लेकर अक्सर लोग भ्रम में रहते हैं कि, Yamuna Ka Jal Ghar Me Rakhna Chahiye Ya Nahi, क्या यह गंगाजल की तरह पवित्र है? क्या इसे गंगाजल के स्थान पर रखा जा सकता है? आइए जानते हैं इसके बारे में भोपाल निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित योगेश चौरे से। जिन्होंने यमुना जल घर में रखना चाहिए या नहीं इसके बारे में news18 को बताया है।
क्या कहा आचार्य पंडित योगेश चौरे ने
जैसा कि आप जानते हैं कि, हिंदू धर्म में नदियों को बहुत पवित्र माना जाता है। सभी नदियों में गंगा यमुना का नाम सबसे उपर है। इन दोनों नदियों का जल सबसे ज्यादा पवित्र माना जाता है। जिस तरह गंगा नदी के घाटों पर गंगा आरती और पूजा होती हैं, ठिक वैसे ही यमुना की भी आरती मौजूद घाटों पर की जाती है। माना जाता है कि, इससे पवित्रता आती है और पाप धुल जाते हैं।
लेकीन बात करें शास्त्रों में यमुना के स्थान की तो इसके जल को घर लाना अशुभ माना जाता है। इसका एक बड़ा कारण है यमुना मैय्या को श्री कृष्ण की पटरानी मानना। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान कृष्ण से यमुना मैय्या को यह वरदान मिला था कि वह हमेशा उनके चरणों में रहेंगी और बाकी कही पर भी वह नही रहेंगी। यही कारण है कि यमुना जल को घर में रखाना वर्जित माना गया है।
यमुना में है यम का वास
जैसा कि, शास्त्रों के अनुसार यमुना नदी भगवान कृष्ण के धाम या उनके चरणों के अलावा और कहीं नहीं रुकतीं है। जिसके चलते यमुना जल घर में रखना नही चाहिए। इसके अलावा यमुना के जल को घर में ना रखने का एक और बड़ा कारण यह माना जाता है कि, यमुना में यम का वास होता है। इसके बारे में शास्त्र कहते हैं कि, यमराज यमुना मैय्या के भाई हैं। और यही कारण है कि, यमुना जल को घर में रखना मतलब यम को अपने घर में स्थान देने जैसा है। हालाकि शास्त्र यह भी कहते हैं कि, यमुना स्नान करने से यमराज उस व्यक्ति को परेशान नहीं करते हैं।
आशा है अब आपको पता चल गया होगा कि, Yamuna Ka Jal Ghar Me Rakhna Chahiye Ya Nahi, क्या यह गंगाजल की तरह पवित्र है? क्या इसे गंगाजल के स्थान पर रखा जा सकता है?